गवाहियाँ

डॉ फिलिप्स की लेखन सेवकाई से जितना मुझे याद है, उससे भी कई गुना ज़्यादा मैं लाभान्वित हुआ हूँ । वर्तमान में मैं “ एक्सप्लोरिंग द फ्यूचर” को पढ़ रहा हूँ जो की मेरे विचारों से उप्लब्ध भविष्यवाणी की पुस्तकों में सर्वश्रेष्ठ है । मैनें उनकी प्रत्येक अन्वेषक टीका श्रृंखला का आनंद उठाया है एवं “व्यू फ्रॉम माउंट कलवारी “ नामक उनके अदभुत भक्तिपूर्ण मनन लेख को मैं अत्यधिक सुखद एवं मसीह में बढ़ाने वाला पाया ।
– आर प्लांट
आर प्लांट
मैं डॉ फिलिप्स को आस्था का नायक समझता हूँ एवं उनको अपना मित्र कहना मेरे लिए बेहद आनंददायक है । मैं जहाँ भी जाता हूँ , वहाँ उनकी अविश्वसनीय सेवकाई के प्रभाव मुझे दिखाई देते हैं एवं पादरियों को सुनता हूँ, जो बताते हैं कि कैसे आप उनकी कलीसियाओं के लिए एक आशीष हैं । पूरे देश में ऐसे हज़ारो अवर्णित हैं जो यही बातें बताते हैं । जब हम अनंतकाल में प्रवेश करेंगे तभी आपके लेखन व वक्तव्यों का प्रभाव प्रदर्शित होगा।
– ईवान्जीलिस्ट जूनियर हिल
हार्ट सेले , ऐ एल
डॉ फिलिप्स, मैं आपको सिर्फ इसीलिए लिख रहा हूँ कि मैं आपको यह बताना चाहता हूँ कि आपके जीवन के कार्य मेरे लिए कितना अधिक महत्व रखते हैं । जब भी मैं किसी विषय या पुस्तक पर प्रचार करना चाहता हूँ , मैं हमेशा पहले ही देख लेता हूँ , कि क्या आपने उस विषय पर कुछ लिखा है । आप मेरे लिए बहुत बड़ी आशीष है ।
– रोलैंड स्मिथ
सेंट्रल बैप्टिस्ट चर्च
क्रोस विले , टी . एन
मैंने बस अभी पतरस की पत्री को पढना समाप्त किया है ........हमेशा की तरह ,मैंने ताजगी भरी सांस लेते हुए पुस्तक को नीचे रखा और अपनी आँखों से आंसुओं को पोछा....मैं परमेश्वर के लिए धन्यवादित हूँ की उन्होंने डॉ फिलिप्स को ऐसी अद्वितीय क्षमता प्रदान की है कि जब वह धर्मशास्त्र को पढ़ते हैं , वह इसे देख सकते व समझ सकते हैं एवं जो भी उन्होंने देखा है उसे निपुणता से दर्शाते हैं ...एवं मै पवित्र आत्मा को धन्यवाद देता हूँ, जो की मुझे प्रकाश देती व सक्षम बनाती है कि मै इसे प्राप्त कर सकूं, आनंद उठा सकूं एवं इस आश्चर्यजनक सत्य को क्रियान्वित कर सकूं।
– नैंसी जी
विन्स्टन सालेम एन सी
मैं “ द व्यू फ्रॉम माउंट कलवारी “ को पढ़ रहा हूँ और यह विवरण देना प्रारंभ ही नहीं कर सकता कि किस तरह यह मेरे जीवन को प्रभावित कर रहा है ...विश्वास ही नहीं होता कि किसी दूसरी किताब ने कभी मेरे जीवन को इतनी गहराई से प्रभावित किया होगा । मैं इसे पढूंगा और तब तक बारम्बार पढूंगा जब तक प्रभु नहीं आ जाते । यह इस तरह है जैसे की डॉ फिलिप्स के पास पाठक को यीशु के चरणों के पास पहुंचाने , जीवन की और ले जाने की ताकत है एवं गहराई से यह अनुभव प्राप्त करने की , की हमारा ईश्वर हममे से प्रत्येक के लिए , जो उसको आत्मा में गहराई से महसूस करते है , के लिए क्या कर रहा है ।
– जी . जोंस
मे फील्ड , के , वाय
मैं स्विट्ज़रलैंड एवं ऑस्ट्रिया के मध्य एक छोटे से देश लिच्तेंन्स्तीन से इस उम्मीद से लिख रहा हूँ कि हमे हमारे इस जहाज़ में जॉन द्वारा लिखित महान पुस्तकें प्राप्त हों जहाँ कई हज़ार आगंतुक आते हैं जिनमें से अनेक अगुवे हैं जिन्हें इन पुस्तकों से अत्यधिक सहायता मिलेगी । इन पुस्तकों के माध्यम से जॉन एक महान परंपरा रच रहें हैं ।
– जॉर्ज वरवर
संस्थापक, ऑपरेशन मोबिलाइजेशन